एक्टिंग में सेल्फ टेप क्या है?

एक्टिंग एक कला है जिसमें कलाकार अपने भावों और भावनाओं को दर्शाने के लिए दृश्यों को प्रदर्शित करते हैं। एक्टिंग में सेल्फ टेप एक ऐसा तकनीक है जो कलाकारों को अपने काम की गुणवत्ता को स्वयं ही मूल्यांकन करने में मदद करती है। इस तकनीक का उपयोग करने से कलाकार अपनी अच्छाई और बुराई को समझते हैं ताकि वे अपनी प्रदर्शन कला में सुधार कर सकें।

सेल्फ टेप का उपयोग अक्सर एक्टिंग कोचिंग सत्रों में किया जाता है लेकिन इसका उपयोग फिल्म और टेलीविजन उद्योग में भी किया जाता है। इस तकनीक में, कलाकार अपने प्रदर्शन को आंकड़े के रूप में नोट करते हैं और उन्हें बाद में समीक्षा करते हैं।

सेल्फ टेप करने के लिए, कलाकार को अपने प्रदर्शन को एक वीडियो के माध्यम से दर्शाना होगा। इस वीडियो को उन्हें बाद में देखना चाहिए जिससे कि वे अपने काम की गुणवत्ता को समझ सकें। सेल्फ टेप में, कलाकार अपने प्रदर्शन को निम्नलिखित मापदंडों के आधार पर नोट करते हैं:

भावनाएं और भावों की व्याख्या

कलाकार को यह ध्यान देना चाहिए कि वह अपनी भावनाओं और भावों को दर्शाता हुआ दृश्य के साथ मिलान करता है या नहीं। इस मापदंड के तहत, वे अपनी भावनाओं की व्याख्या कर सकते हैं ताकि उन्हें अपने प्रदर्शन के मध्यम से संदेश देने में मदद मिल सके।

शब्दों का उच्चारण

कलाकार को यह भी देखना चाहिए कि वह अपने शब्दों का ठीक से उच्चारण कर रहा है या नहीं। अगर वे कुछ शब्दों को गलत उच्चारण कर रहे हैं, तो वे उन्हें सुधार सकते हैं ताकि उनके प्रदर्शन में अधिक वास्तविकता हो सके।

व्यवहार

कलाकार को अपने व्यवहार का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि वे अपने व्यवहार को सुधारने के लिए क्या कर सकते हैं ताकि वे अपने प्रदर्शन को अधिक विश्वसनीय बना सकें।

आँखों की उपस्थिति

कलाकार को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वे अपनी आँखों की सही उपस्थिति को बनाए रखते हैं। वे उन्हें स्पष्ट रूप से दृष्टिकोण में रखते हुए अपने भावनाओं को दर्शाते हुए दर्शकों के साथ बातचीत कर सकते हैं।

एक्टिंग में सेल्फ टेप का उपयोग अधिकतर दो समस्याओं के लिए किया जाता है:

  • यदि एक कलाकार को अपनी भावनाओं या भावों के साथ बोलने में कठिनाई होती है, तो उन्हें एक सेल्फ टेप बनाकर अपने उच्चारण और भाषा को सुधारने के लिए समय मिल सकता है। यह उन्हें अपने प्रदर्शन को सुधारने में मदद कर सकता है और उनके प्रदर्शन को अधिक प्रभावी बनाने में मदद कर सकता है।
  • अगर कलाकार अपनी भूमिका को अधिक स्पष्ट रूप से समझने में कठिनाई महसूस करता है, तो उन्हें सेल्फ टेप बनाकर अपनी भूमिका को समझने में मदद मिल सकती है। इस तरह, वे अपनी भूमिका को अधिक नियमित रूप से निभा सकते हैं और उनके प्रदर्शन में अधिक आत्मविश्वास बना सकते हैं।

एक्टिंग में सेल्फ टेप एक तकनीक है जो एक्टर को उनके किरदार के लिए तैयार होने में मदद करती है। इस तकनीक में, एक्टर अपने आप को रिकॉर्ड करते हुए अपनी अभिनय क्षमताओं को समझने और सुधारने की कोशिश करते हैं। इस तरह की सेल्फ टेप का उपयोग अक्सर ऑडिशन के लिए किया जाता है, जहाँ एक्टर को अपने किरदार को जीवंत और वास्तविक बनाने के लिए अपनी अभिनय क्षमता का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रदान करना होता है।

सेल्फ टेप में, एक्टर अपने किरदार के लिए भाव और व्यवहार का अध्ययन करते हैं, जिसमें वे उन विशेष विवरणों को शामिल करते हैं जो उनके किरदार के लिए उचित होंगे। उन्हें अपने किरदार की उम्र, लैंग्वेज, उच्चारण और शैली के अनुसार अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना होता है। एक्टर अपनी सेल्फ टेप को संशोधित करने के लिए उन्हें दोहराने और दोबारा देखने का अवसर देते हैं ताकि वे अपनी अभिनय क्षमताओं को सुधार सकें और नक्काशी कर सकें।

सेल्फ टेप का अभ्यास करने के लिए, एक्टर अपने स्मार्टफोन या कैमरा का उपयोग कर सकते हैं। वे एक सीधा बोली या दृश्य को चुनते हैं जिसमें वे अपनी कलाकृति को बेहतर बनाने के लिए कुछ नया प्रयास करना चाहते हैं और अपने कैमरे को अपने चेहरे के सामने रखते हुए उसे रिकॉर्ड करते हैं। इस तरह, वे अपनी अभिनय क्षमताओं को जांच सकते हैं और उन्हें सुधारने के लिए संशोधन कर सकते हैं।

सेल्फ टेप एक अत्यंत उपयोगी तकनीक है जो एक्टर को अपनी अभिनय क्षमताओं को सुधारने में मदद करती है। यह उन्हें अपने किरदार को बेहतर बनाने के लिए उनकी भावनाओं और व्यवहार को समझने में भी मदद करती है।

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