cinematography

cinematography in hindi | सिनेमेटोग्राफी क्या होता है

Cinematography kya hota hai

Cinematography सिनेमेटोग्राफी फिल्ममेकिंग का सबसे महत्पूर्ण टर्म
होता है | किसी स्क्रिप्ट या स्टोरी को
इमोशन के हिसाब से विजुलाइज कर के फिल्म शूट करना और उसे स्क्रीन पे प्रेजेंट करना
सिनेमेटोग्राफी कहलाता है |

अगर आसान भाषा में इसे बोला जाये तो किसी फिल्म के डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर
कहानी में कल्पना कर के जैसा लिखता है उस कलपना को एक चलचित्र यानि सिनेमा के रूप में
Cinematography के मदद से ही प्रेजेंट किया जाता है | और जो इस काम को
करते हैं उन्हें सिनेमेटोग्राफर कहते हैं |

फिल्म की शूटिंग में इमोशन को ध्यान में रखते हुए कौन से शॉट में कैमरा का
क्या मूवमेंट होगा, उस शॉट की फ्रेमिंग क्या होगी मतलब उस शॉट में किस चीज को
रखना है और किस चीज को फ्रेम से बाहर रखना है , फ्रेम रेट क्या होगा अगर स्लो-मोशन
शॉट है तो उस में फ्रेम रेट क्या होगा , दो शॉट को किस तरह से एक दूसरे से लिंक करना है
फिर कैमरा एंगल और कौन से शॉट में क्या लेंस का इस्तेमाल होगा ये सभी चीजे
सिनेमेटोग्राफी कहलाती है |

सिनेमेटोग्राफी के अंदर काफी चीजे आती है –

  • Camera shot
  • camera Angle
  • Depth of Field
  • lighting
  • Camera movement
  • lens choices
  • focus
  • zoom
  • framing

सिनेमेटोग्राफी और फोटोग्राफी में क्या अंतर है

फोटोग्राफी में फोटोग्राफर स्टिल पिक्चर पे काम करता है जिसमे एक फोटो होता है
वहीं Cinematography मोशन पिक्चर यानि सिनेमा के लिए काम
करता है जिसमे कई शॉट( वीडियो क्लिप ) होते हैं |
सिनेमेटोग्राफर को काफी चीजों से डील करनी परती है |
जैसे- दो अलग-अलग शॉट के बिच रिलेशन , परफेक्ट टाइमिंग , शॉट-अवधि|
दूसरी चीज है कैमरा-
फोटोग्राफर स्टिल कैमरा का इस्तेमाल करता है वहीं सिनेमेटोग्राफर
मोशन पिक्चर कैमरा का इस्तेमाल करता है |

सिनेमेटोग्राफर को डायरेक्टर ऑफ़ फोटोग्राफी (DOP) भी बोलते हैं |
ये कैमरा और लाइटिंग डिपार्टमेंट के हेड होते हैं |

Cinematography कहा से सीखें

Cinematography एक कला और तकनीक दोनों का मिक्स है इसलिए बिना
टेक्निकल इंस्ट्रक्टर के मदद से सीखना थोड़ा कठिन है |
वैसे किसी अच्छे सिनेमेटोग्राफर को असिस्ट कर के सिनेमेटोग्राफी सिख सकते हैं पर
उसमे थोड़ा समय ज्यादा लग सकता है |
वहीं कोई अच्छे फिल्म स्कूल से सिनेमेटोग्राफी का शॉर्ट टर्म कोर्स कर के
किसी प्रोडक्शन हाउस में असिस्ट करते हैं तो जल्दी एक अच्छे सिनेमेटोग्राफर रूप में
काम कर पाएंगे| Cinematography एक प्रैक्टिकल चीज है इसमें थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिस की
जरुरत होती है इसी लिए अगर सिनेमेटोग्राफी में करियर बनाना चाहते हैं तो फिल्म स्कूल
सबसे बेहतर होगा|

Cinematography के लिए ये कुछ अच्छे फिल्म स्कूल हैं –

Career in Cinematography

सिनेमेटोग्राफी में करियर बनाने के लिए हरेक तरह के फिल्म कैमरा और डिजिटल
कैमरा के बारे में जानकारी होना जरुरी है |
जैसे कौन से कैमरा में कौन सा लेंस इस्तेमाल कर सकते हैं और कौन सा कैमरा
किस तरह के शॉट के लिए इस्तेमाल होता है ये सभी जानकारी होना बहुत जरुरी है |
ये सब जाने के लिए जरूरी है की कही से Cinematography सिख लें |

प्रोडक्शन-हाउस में सिनेमेटोग्राफर के जॉब के लिए पोर्टफोलियो की जरूरत होती हैं वहां ये
महत्व नहीं रखता है की आपने Cinematography कहा सीखा है | आपका रील यानि पिछले
काम ही आगे काम दिलाने में मदद कर सकता है इस लिए शुरुआत में जहाँ भी काम मिले
अपने पोर्टफोलियो मजबूत करने के लिए काम कर लेना चाहिए |
फिर उस पोर्टफोलियो के मदद से किसी भी प्रोडक्शन हाउस में अप्लाई कर
सकते हैं |

वैसे तो Cinematography के लिए फिल्म स्कूल में डिप्लोमा, डिग्री सभी प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं
पर बेहतर होगा की कोई शॉर्ट टर्म कोर्स कर लें ताकि सिनेमेटोग्राफी का एक बेसिक पता चल सके फिर
प्रोडक्शन कंपनी में किसी अच्छे सिनेमेटोग्राफर को असिस्ट कर के अनुभव हासिल कर
सकते हैं |

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