CGI क्या है
Table of Contents
CGI फिल्ममेकिंग में एक पोस्ट-प्रोडक्शन प्रक्रिया है जिसके मदद से
फिल्म में कंप्यूटर से तैयार किये गए 3D कैरेक्टर या बैकग्राउंड का इस्तेमाल किया जाता है |
फिल्म में जो स्पेशल इफेक्ट्स इस्तेमाल किये जाते हैं वो कंप्यूटर से बने ग्राफिक्स होते हैं
आये दिन VFX विजुअल इफेक्ट्स का फिल्म में काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है | फिल्मकार ग्रीन स्क्रीन
पे सीन को शूट कर के उसे CGI की मदद से तैयार बैकग्राउंड में कम्पोजिट कर देते हैं |
यहाँ तक की फिल्म में जो कैरक्टर होता है वो भी कंप्यूटर में ही 3D सॉफ्टवेयर के मदद से
तैयार किया जाता है और उसको एनीमेशन कर के एक्ट कराया जाता है ये पूरा प्रोसेस CGI कहलाता है |
See Also:
cgi full form
cgi एक शार्ट फॉर्म नाम है जो लोग बोलचाल में आसानी के लिए इस्तेमाल करते हैं | जो लोग फिल्म इंडस्ट्री या
vfx industry के बाहर के हैं उन्हें cgi full form नहीं पता हो सकता है |
cgi full form – computer generated imagery होता है | अब इतना लम्बा नाम लोग न लेकर इसका शार्ट फॉर्म
CGI ही बोलचाल में इस्तेमाल करते हैं
Use of (computer generated imagery)
डिजिटल फिल्ममेकिंग के चलन में आने से CGI भी काफी ज्यादा इस्तेमाल होने लगा
इसका सबसे बड़ी वजह है CGI की मदद से जिस तरह का इफेक्ट्स
चाहिए या फिर जिस तरह का कैरक्टर चाहिए वो आसानी से कंप्यूटर सॉफ्टवेयर
से तैयार किया जा सकता है | वो चीज वास्तविक दुनिया में संभव नहीं है
यहां फिल्मकार को कोई लिमिटेशन नहीं रहता है की आप सिर्फ इस तरह के सीन सोच सकते हैं |
दूसरी सबसे बड़ी वजह है रिस्क बिलकुल कम जाता है उदाहरण के लिए अगर किसी सीन में
ऐसा दिखाना है की घर में आग लगी हुई है और एक्टर उस घर के अंदर ही है और वो आग में जल गया|
क्या ये संभव है रियल में आग लगाकर शूट करना और एक एक्टर को आग में जला देना ?
ऐसे में तो लोग एक्टिंग ही छोर देंगे | इस प्रकार के सीन विजुअल इफेक्ट्स VFX
के मदद से तैयार किया जाता है जिसमे बैकग्राउंड और इफेक्ट्स CGI
होता है |
computer generated imagery Department
computer generated imagery के अंदर काफी सारे डिपार्टमेंट हैं-
- 3D Modeling Artist
- Texturing Artist
- Lighting Artist
- Animator
- FX Artist
- Compositor
- Render Artist
3D Modeling Artist
सॉफ्टवेयर के अंदर बैकग्राउंड, कैरक्टर, और 3D मॉडलिंग आर्टिस्ट का काम होता है
प्रॉप्स का मॉडल तैयार करना |
ये VFX डिपार्टमेंट के अंदर ही होता है | जब कोई सीन के बैकग्राउंड में CGI
इस्तेमाल करना होता है तो 3D मॉडलिंग आर्टिस्ट को ये काम दिया जाता है | कार,बस ये सब
अगर ब्लास्ट करना हो फिल्म के अंदर में तो वहां पे भी 3D मॉडल ही इस्तेमाल
किया जाता है और ये 3D मॉडलिंग आर्टिस्ट उसको मॉडल कर के देता है|
Texturing Artist
Texturing Artist भी VFX डिपार्टमेंट के अंदर ही होता है | उनका काम 3D मॉडल
को Texturing करना होता है | जब 3D मॉडलिंग आर्टिस्ट किसी भी ऑब्जेक्ट या बैकग्राउंड
को मॉडल करता है तो वो बिकुल मिटटी के कलर का होता है उसमे कोई रंग नहीं होता है|
बिलकुल बिना कलर का होता है और मटेरियल कौन सा है वो भी पता नहीं चलता है |
Texturing Artist उस मॉडल को कलर करता है और वो जिस मटेरियल का मॉडल है उसके हिसाब से
मटेरियल डालता है| अगर कोई कार या बस का मॉडल है तो उसमे जो पार्ट फाइबर का होगा वहां पे फाइबर
मटेरियल और जो पार्ट लोहे का होगा वहाँ पे लोहे का मटेरिअल और कलर देना होता है और ये काम
Texturing Artist के जिम्मा होता है |
Lighting Artist
Texture किये हुए 3D मॉडल के अंदर Lighting Artist का काम होता है
करना | दिन का सीन है तो Daylight और रात का सीन है तो उसके हिसाब से Lighting
करना होता है | रात में अगर MoonLight है तो वहाँ पे उस तरह के Lighting Tools
का इस्तेमाल करके Lighting किया जाता है |
3D मॉडल में बल्ब या Tubelight लगा हुआ है तो Lighting Artist उसे भी
रीयलिस्टिक कर सकता है | यह सभी प्रक्रिया 3D सॉफ्टवेयर के अंदर ही होता है |
Animator
Animator का काम होता है एनीमेशन करना | जो भी 3D मॉडल है जैसे कार या बस
उसमे अगर एनीमेशन की जरुरत है यानि वो 3D मॉडल कार सीन के अंदर चल रहा है
तो वहाँ पे एनिमेटर की जरुरत पड़ती है | एनिमेटर ही उस ऑब्जेक्ट में एनीमेशन
करता है |
3D एनिमेटेड फिल्म में कैरेक्टर को भी एनिमेट किया जाता है | Animator सिर्फ
एनीमेशन के लिए होता है |
FX Artist
फिल्म में जितने तरह का इफेक्ट्स होते हैं अगर वो computer generated imagery है
तो उसे FX Artist तैयार करता है | फिल्म में धुंआ,कोहरा,ब्लास्ट , आग ये सभी इफेक्ट्स
FX Artist के द्वारा FX सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया जाता है |
Compositor
कम्पोजीटर का काम होता है सीन को कम्पोजिट करना | एक सीन के सारे Element अलग
अलग तैयार होते हैं | सीन के बैकग्राउंड , प्रॉप्स , कैरेक्टर, इफेक्ट्स ये सभी अलग-अलग तैयार होते
हैं फिर उन्हें एक साथ कम्पोजिट कर के फाइनल सीन तैयार करना Compositor का काम
होता है |
Render Artist
फाइनल इमेज या फिर वीडियो जो Publish होगा वो Render होने के बाद ही मिलता है |
Render Artist का काम होता है 3D या फिर 2D सॉफ्टवेयर में जो भी सीन या फुटेज
तैयार होता है उसको Render कर के वीडियो या फिर इमेज सीक्वेंस में निकालना|
सबसे आखिरी में Render Artist का काम होता है |
इन सारे डिपार्टमेंट के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर हैं और उसके ट्रेनिंग के लिए कोर्स है काफी सारे
ऐसे इंस्टीटूशन हैं जो इन सारे डिपार्टमेंट में स्पेशलिस्ट बनने के लिए कोर्स ऑफर करते हैं|
काफी सारे ऑनलाइन प्लेटफार्म भी है जो इस तरह के ट्रेनिंग ऑफर करते हैं जहॉ से ट्रेनिंग लेकर
CGI आर्टिस्ट के तौर पे अपना करियर की शुरुआत कर सकते हैं |
ऑनलाइन सॉफ्टवेयर सिखने के लिए यूट्यूब एक अच्छा माध्यम हो सकता है |
cgi careers
जिस हिसाब से फिल्म इंडस्ट्री बढ़ रहा और डिजिटल फिल्ममेकिंग टेक्निक के आ जाने से
फिल्मो में विजुअल इफेक्ट्स का प्रयोग जिस रफ़्तार से बढ़ रहा Computer Generated Imagery
आर्टिस्ट का डिमांड भी उतना ही बढ़ रहा है | ऐसे में एक अच्छा सम्भावना है |
computer generated imagery आर्टिस्ट के लिए जरूरी है जो सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में
चलन में हैं उसका प्रॉपर ट्रेनिंग लेना और जॉब के लिए अप्लाई करने से पहले उनका पोर्टफोलियो
यानि डेमो-रील तैयार हो| CGI आर्टिस्ट का सेलेक्शन उनके डेमो रील के हिसाब से ही होता है|
काफी सारे VFX विजुअल इफेक्ट्स कंपनी है जो CGI के अलग-अलग पोस्ट के लिए
जॉब ऑफर करते रहते हैं | जब डेमो-रील तैयार हो जाये तो वैकेंसी मिलते ही
जिस पोस्ट के लिए अप्लाई करना हो कर सकते हैं |
शुरू में इंडस्ट्री के पाइपलाइन का अनुभव नहीं होने के कारण बड़ी कंपनी में जॉब मिलना
थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन कही से एक साल से दो साल का अनुभव हासिल करने के
बाद बड़ी कंपनी में भी अप्लाई करना आसान हो जाता है |
Very good👌💐👍🎂