Tips for Filmmakers
किसी भी फिल्म-निर्माता के लिए पहली शॉर्ट-फिल्म बनाना कफी ज्यादा कठिन कार्य
होता है और काफी संघर्षपूर्ण होता है |
इसकी सबसे बड़ी वजह होती है अनुभव का नहीं होना | फिल्म-निर्माण ही नहीं अन्य
व्यवसाय को भी अगर आप पहली बार शुरू कर रहे हैं तो काफी कठिनाइयों का सामना
करना परता है |
फिल्म-निर्माण उतना भी आसान नहीं है की आप एक कैमरा, एक बूम माइक और कुछ
लोग को जमा कर के अच्छी फिल्म बना सकते हैं |
फिल्म अच्छी हो या बुरी पर किसी प्रकार के फिल्म बनाना एक फिल्म-निर्माता के लिए
काफी कठिन कार्य है | निचे कुछ जरूरी टिप्स दिए गए हैं जिससे नए फिल्म-नर्मता जो
शॉर्ट फिल्म से शुरुआत करना चाहते हैं उनको मदद मिल जयेगी |
1. focus on your story (Tips for Filmmakers)
Table of Contents
फिल्म निर्माण में सबसे पहली बेसिक और काफी इम्पोर्टेन्ट चीज है फिल्म की कहानी |
आपके फिल्म की कहानी क्या है इसके ऊपर ध्यान को केंद्रित करना सबसे ज्यादा जरूरी है |
अगर आप फिल्म निर्माण पहली बार शुरू कर रहे हैं तो आपको अपने कहानी के ऊपर सबसे ज्यादा
ध्यान देने की जरूरत होती है |
फिल्म स्क्रिप्ट राइटिंग फिल्म निर्माण के सबसे पहले चरण प्रीप्रोडक्शन का का भाग है |
प्रेप्रोडक्शन में फिल्म के शूट से पहले की तयारी की जाती है | यानि फिल्म में कितने एक्टर होंगे
फिल्म को शूट कौन करेगा , फिल्म में कौन से कैमरा कौन सा इस्तेमाल होगा, फिल्म के कौन से
सीन किस लोकेशन पे शूट होगी ये सभी तयारी प्रीप्रोडक्शन प्रक्रिया में ही कर लेनी चाहिए |
फिल्म स्क्रिप्ट लिखने से समय बजट को ध्यान में रख कर फिल्म की कहानी को लिखना चाहिए |
पहली फिल्म शुरू करने के लिए कहानी जितना छोटा लेंगे उतना अच्छा है | और कहानी के अंदर
जो करैक्टर हैं वो भी कम होनी चाहिए ताकि शूटिंग में आसानी हो |
फिल्म स्क्रिप्ट लिखने समय वैसे लोकेशन का इस्तेमाल करें जो काम बजट में या फिर फ्री उपलब्ध हो |
इल्म निर्माण एक दरिया के सामान होता है; अगर आपके पास अनुभव नहीं है तो आप 2 घंटे के फिल्म
को 20 घंटे की शोटिंग करने के बाद भी पूरा नहीं कर सकते हैं |
इसी लिए पहली फिल्म जितना छोटी और रुचिकर कहानी से शुरुआत करेंगे उतना आपके लिए बेहतर है
2. Fix Your budget बजट निर्धारित करें (Tips for Filmmakers)
फिल्म निर्माण शुरू करने स पहले फिल्म के बजट को फाइनल करना सबसे जरुरी होता है |
आप कितने रूपये के अंदर इस फिल्म को पूरा करना चाहते हैं वो निर्धारित होना जरुरी है |
एक बार अगर आप बजट का निर्धारण हो गया तो फिर उसी के हिसाब से आगे फिल्म की
प्लानिंग कर सकते हैं |
फिल्म निर्माण शुरू करने से पहले बजट निर्धारण नहीं करने पे कितने पैसे लगेंगे
ये ही नहीं चलेगा | पैसे ख़तम होने के बाद भी हो सकता है की फिल्म पूरी नहीं हो |
3. अनुभवी एक्टर को चुने | choose experienced actor
फिल्म छोटी हो या बड़ी एक्टर के चुनाव के मामले में हमेशा सतर्क रहना चाहिए |
कुछ नए फिल्म-निर्माता पैसे बचाने के चक्कर में अपने दोस्त या रिश्तेदार को
फिल्म में कास्ट कर लेते हैं |
ऐसा बिलकुल भी न करें |
किसी भी प्रकार के फिल्म बनाने के लिए वैसे एक्टर का चुनाव करें जो
एक्टिंग जनता हो | भले वो पहले कोई फिल्म नहीं किया हो पर थिएटर और एक्टिंग के बारे
में जानकारी और अनुभव होना चाहिए |
अगर आप वैसे एक्टर को फिल्म में कास्ट कर लेते हैं जिसे एक्टिंग के बारे में पता नहीं है
तो आपका फिल्म कभी भी पूरा नहीं हो पायेगा और आपका समय के साथ साथ पैसा
बर्बाद हो सकता है |
4. Feed Your Cast and Crew Well | फिल्म क्रू के लिए भोजन की व्यवस्था
कोई भी व्यक्ति चाहे वो आपका रिश्तेदार या दोस्त ही क्यों न हो भूखे पेट आपके
लिए काम नहीं कर सकता है |
अपने फिल्म क्रू के लिए अच्छे भोजन की व्यवस्था करना एक फिल्म निर्माता के
रूप में आपकी पहली जिम्मेबारी है |
अगर फिल्म निर्माण आपका सपना है और कुछ लोग आपके इस सपना को पूरा करने के
लिए आपकी मदद फ्री में कर रहे हैं तो कम से कम अच्छे भोजन की व्यवस्था करना
आपका कर्तव्य है |
5. अनुभवी सिनेमेटोग्राफर का चुनाव (Tips for Filmmakers)
एक अच्छे सिनेमेटोग्राफर किसी तरह के फिल्म को कम बजट और कम समय में
पूरा करने में मदद कर सकता है |
सिनेमेटोग्राफर केचुनाव में खाश ध्यान रखना जरूरी होता है | आप जिस को फिल्म फिल्म
शूट के लिए रखते हैं उसे फिल्म निर्माण प्रक्रिया की जानकरी होना जरुरी है |
आप अपने फिल्म को शूट करने के लिए जो भी कमरे या लाइट का इस्तेमाल करेंगे उसके
बारे में उस सिनेमेटोग्राफर को पूरी तरह से जानकरी होना चाहिए |
एक अच्छी कहानी को तभी एक अच्छी फिल्म के रूप में प्रेजेंट कर सकते हैं जब आपका
सिनेमेटोग्राफर अनुभवी और अच्छा हो |
फिल्म में कौन से सीन के शॉट किस प्रकार के होंगे इसके बारे में सिनेमेटोग्राफर और
डायरेक्टर दोनों मिल के निर्ण लेता है | वैसे ये सभी जानकारी स्क्रीनप्ले के अंदर दी हुई
रहती है और प्रीप्रोडक्शन में ही इन सब चीजों के ऊपर चर्चा हो चूका रहता है |
सिनेमेटोग्राफी क्या है इस पोस्ट के अंदर सिनेमेटोग्राफी के बारे में पूरी जानकरी दी हुई है आप
उस पोस्ट को पढ़ के सिनेमेटोग्राफी के बारे में जान सकते हैं |
6. अनुभवी फिल्म एडिटर का चुनाव (Tips for Filmmakers)
जब फिल्म शूट हो जाती है तब उसकी एडिटिंग करनी होती है|
फिल्म निर्माण के समय जब फिल्म की शूटिंग की जाती है तो फिल्म के सीन में
कुछ एक्स्ट्रा पार्ट रहता है उसको हटाना और सभी शॉट को एक साथ जोड़ना, उसमे
डायलॉग और बैकग्राउंड म्यूजिक जोड़ना फिल्म एडिटिंग कहलाता है |
जब फिल्म की शूटिंग की जाती है तो कैमरा के रिकॉर्डिंग चालू करने के लिए “एक्शन” बोला
जाता है और फिर सीन पूरा शूट होने के बाद कैमरामैन को रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए “कट”
बोला जाता है | इसमें कुछ फ्रेम का गैप होता है जो वीडियो एडिटिंग के समय उसको काट कर के
हटाना परता है |
जब भी अपने फिल्म के लिए वीडियो एडिटर को रखें तो ध्यान रहे की वीडियो एडिटर प्रोफेशनल
होना चाहिए | प्रोफेशनल वीडियो एडिटर ही आपके फिल्म को अच्छे से एडिट कर सकता है |
अगर एडिटर अच्छा नहीं हुआ तो अब तक फिल्म में क गई पूरी मेहनतआपकी बर्बाद जा सकती है |
7. Share your film on social media
जब फिल्म बन कर तैयार हो जाये तो उसे सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बिच अपने
फिल्म को पहुंचा सकते हैं |
आज के सोशल मीडिया के जमाना में फिल्म रिलीज करने में कोई पैसे खर्च नहीं करना परता है
अगर आपके फिल्म की कहानी अच्छी है और अपने एक अच्छी फिल्म बनाई है तो बिना
पैसे खर्च किये आसानी से सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म को ऑडिएंस तक पहुंचा सकते हैं |
कभी-कभी तो इन्ही सोशल मीडिया के बदलत काफी सारी शॉर्ट फ़िल्में वायरल भी हो जाती है |
Very good.
Nice information thank you very much Sir
Very nice