एक लघु फिल्म बनाने के लिए भी हमें फिल्ममेकिंग के जो बेसिक स्टेप्स है उसको फॉलो करना
होता है |
एक फीचर फिल्म और लघु फिल्म में क्या अंतर होता है पहले इसके बारे में जानते है ?
एक फीचर फिल्म फुल लेंथ की फिल्म होती है | जो फिल्म 1 घंटा से ज्यादा की होती है वो फीचर फिल्म
की केटेगरी में आती है |
वहीं अगर लघु फिल्म की बात की जाए तो 1 घंटे से कम समय की होती है और ये 1 मिनट की भी हो सकती है |
लघु फिल्म देखना लोग ज्यादा पसंद करते हैं इसकी सबसे बड़ी वजह है की कम समय में भी लघु फिल्म
के माध्यम से लोग पूरी कहानी जान जाते हैं |
6 आसान तरीके में कैसे एक लघु फिल्म बनाई जा सकती यही इसके बारे में जानकरी प्राप्त करते हैं –
Step 1: Create a Plan (लघु फिल्म निर्माण)
Table of Contents
लघु फिल्म बनाने से पहले उसकी पहली स्टेप प्लानिंग की होती है | आप किस प्रकार की फिल्म बना रहे हैं
उसकी बजट क्या होगी? फिल्म को किस प्लेटफार्म पे रिलीज़ किया जायेगा ?और फिल्म बनाने का मुख्य
उद्देश्य क्या है ? इन सभी सवालों के बारे में विचार विमर्श करना और फिर लघु फिल्म बनाने की तैयारी
शुरू करना होता है |
लघु फिल्म लोग ज़्यदातर फिल्म फेस्टिवल्स में भेजने के लिए ही बनाते हैं | अगर लघु फिल्म की
बजट की बात की जाये तो किसी भी बजट में लघु फिल्म बनाई जा सकती है बस फिल्म बनाने का
जूनून आपमें होना आवश्यक है |
अगर फिल्म रिलीज की बात की जाये तो अभी शोशल मीडिया का जमाना है और लघु फिल्म के लिए
सबसे ज्यादा परफेक्ट जगह है जहाँ पे आप अपने टैलेंट को दिखा सकते हैं और अगर आपकी लघु
फिल्म अच्छी हुई तो सोशल मीडिया के वजह से वायरल भी जा सकती है |
फेसबुक और यूट्यूब पे आप लघु फिल्म को रिलीज कर सकते हैं और उसके माध्यम से पैसे भी कमा
सकते हैं |
स्टेप 1 में ये सभी प्लानिंग आपकी पूरी होनी चाहिए की आप जो फिल्म बना रहे हैं उसमे
बजट क्या होगा? फिल्म कितने देर की बनेगी और उसको रिलीज कहाँ करना है |
फिर आते हैं अगले स्टेप में और वो प्री-प्रोडक्शन |
Step 2: प्री-प्रोडक्शन (लघु फिल्म निर्माण)
प्री-प्रोडशन के अंदर फिल्म की शूटिंग से पहले की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है | जैसे कहानी लिखने
से लेकर फिल्म शूटिंग ताकि की जो भी प्रक्रिया है उसकी पूरी तरह से तयारी फिल्म के प्री-प्रोडक्शन चरण में
कर ली जाती है |
फिल्म के कहानी लिखने की प्रक्रिया को स्क्रिप्ट राइटिंग बोलते हैं | स्क्रिप्ट कैसे लिखते हैं इसके बारे में
जानने के लिए अलग से एक पोस्ट काफी डिटेल्स में लिखा हुआ उसको पढ़ के जानकरी प्राप्त कर सकते हैं |
स्क्रिप्ट लिखने के बाद फिल्म की शूटिंग कहाँ की जाएगी उसके लिए लोकेशन ढूँढना भी प्री-प्रोडक्शन चरण
में ही हो जाता है | फिल्म के अंदर कौन करैक्टर के लिए कौन से एक्टर रोल करेंगे ये सभी निर्णय इसी चरण में
कर लिया जाता है |
एक्टर का सिलेक्शन करना कास्टिंग कहलाता है और इस काम के लिए कास्टिंग डारेक्टर जिम्मेबार होता
होता है | अगर आपके फिल्म की बजट कम है तो आप खुद से भी एक्टर की कास्टिंग कर सकते हैं |
कास्टिंग करने के लिए एक्टर का ऑडिशन ले सकते हैं | ऑडिशन लेने के लिए आप एक्टर से एक्टिंग
करवा के देख सकते हैं आप जो फिल्म बना रहे हैं उसके ही कुछ सीन करवा के देख सकते हैं और जो
परफेक्ट लगे उस एक्टर को अपने फिल्म के लिए रख सकते हैं |
फिल्म को शूट जो करेगा उसे सिनेमेटोग्राफर कहते हैं तो आपके फिल्म के लिए सिनेमेटोग्राफर कौन होगा ये
निर्णय लेना प्री-प्रोडक्शन चरण में ही जरुरी है |
आपके फिल्म की शूटिंग के लिए बजट के हिसाब से ही फिल्म इक्विपमेंट का चुनाव करना होता है |
ये सभी निर्णय भी आपको इसी चरण में लेना होता है |
Step 2: प्रोडक्शन (लघु फिल्म निर्माण)
ये सभी तैयारियां होने के बाद फिल्म चली जाती है प्रोडक्शन के लिए |
प्रोडक्शन चरण के अंदर फिल्म की शूटिंग की जाती है | फिल्म शूटिंग में हरेक शार्ट को सेट पे
ही कन्फर्म करना जरूरी होता है |
एक बार आपकी फिल्म अगर शूट हो गयी तो फिर दुबारा से उस सीन को बाद में शूट करना मुश्किल
हो सकता है | फिर से सब लोग को सेट पे बुलाना और फिर से किसी सीन के गलतियों को ठीक करने के
लिए दुबारा से शूट करना मुश्किल हो सकता है | इसी लिए समय रहते सेट पे ही फिल्म के गलतियों को ठीक कर लें |
Step 2: पोस्ट-प्रोडक्शन
फिल्म शूट हो जाने के बाद फिल्म अगले चरण यानि पोस्ट प्रोडक्शन में चली जाती है |
पोस्ट प्रोडक्शन में फिल्म की एडिटिंग की जाती है | अगर फिल्म कलर ग्रेडिंग करना है तो
वो भी फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन चरण में ही की जाती है |
इसी चरण में ऑडियो मिक्सिंग , फिल्म की डबिंग और फिल्म की फाइनल एडिटिंग कर के पूरी तरह
कम्पलीट और रिलीज के लिए तैयार फुटेज निकाला जाता है |
उसके बाद आप फिल्म को जहाँ चाहे रिलीज कर सकते हैं |
लघु फिल्म को फिल्म फेस्टिवल्स में भी भेज सकते हैं लेकिन कुछ फिल्म फेस्टिवल्स में पहले से
रिलीज की हुई लघु फिल्म एक्सेप्ट नहीं की जाती है उसका पको ख्याल रखना है |
इस तरह आसान चरणों में आप अपना पहली लघु फिल्म बना सकते हैं |
How to Make an Independent Film |एक स्वतंत्र फ़िल्म निर्माण कैसे करें